इस अमरूद का पौधा लगाएं, 6 महीने बाद फसल, 20 साल कमाई, मुनाफा डबल-ट्रिपल

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Guava Farming Tips: फलों की खेती भी अब आधुनिक हो गई है. खासकर अमरूद की खेती. अब ऐसा प्रभेद आ गया है, जिसके लिए सीजन का इंतजार नहीं करना होगा. साल भर कमाई होगी. इसके फायदे किसानों को खूब आकर्षित कर रहे हैं.

प्रतीकात्मक
हाइलाइट्स
- ताइवान पिंक अमरूद 6 महीने में फल देने लगता है
- एक एकड़ में 640 पौधे लगाए जा सकते हैं
- 2 साल में 2.5-3 लाख रुपये तक मुनाफा
Amrud Ki Kheti: आज के समय में किसान पारंपरिक खेती से ज्यादा फलदार वृक्ष लगाकर कमाई कर रहे हैं. आधुनिक तकनीक से फलदार वृक्षों की खेती कर किसान लखपति बन सकते हैं. इतना ही नहीं, किसान लंबे समय तक फल बेचकर मुनाफा कमा सकते हैं. फलदार वृक्षों में अमरूद के उन्नत प्रभेद बेहद कारगर साबित हो रहे हैं.
दरअसल, ताइवान पिंक अमरूद की खेती किसानों को मालामाल बना रही है. व्यावसायिक दृष्टिकोण से इसकी खेती से लंबे समय तक मुनाफा हो रहा है. क्योंकि इस फल की खेती किसी भी मिट्टी में संभव है. खासतौर पर बलुई दोमट मिट्टी में इसके बेहतर परिणाम देखने को मिले हैं.
क्या है ताइवान पिंक अमरूद?
झारखंड में पलामू के कृषि वैज्ञानिक डॉ. प्रमोद कुमार ने लोकल 18 को बताया कि ताइवान पिंक अमरूद की खेती किसानों के लिए अच्छा मुनाफा वाला सौदा है. यूं तो अमरूद के कई प्रभेद हैं, जैसे लखनऊ 49, अलाहाबाद सफेदा आदि लेकिन एक खास प्रभेद मार्केट में धमाल मचाए हुए है. इसकी खेती किसानों को दो-तीन साल में लखपति बना देती है. इसके अलावा किसान पूरे इसके फल की बिक्री कर सकते हैं. इससे सालों भर आमदनी होती रहेगी.
6 महीने में देने लगता है फल
आगे कहा कि इस अमरूद को काटने पर अंदर गुलाबी रंग दिखता है. वहीं, स्वाद में भी ये बेमिसाल है. किसी भी उम्र के लोग इसका सेवन कर सकते हैं. इस फल की एक खूबी है कि ज्यादा दिनों तक रखा जाए तो खराब नहीं होता है. वहीं ड्रॉपिंग भी कम होती है. कीड़े भी कम लगते हैं. कीपिंग क्वालिटी भी अच्छी है. इस प्रजाति के अमरूद की मांग हर क्षेत्र में है. क्योंकि, ये लगाते ही 6 महीने में फल देने लग जाता है.
ऐसे करें खेती
आगे बताया, अगर आप इसकी खेती व्यावसायिक रूप से करना चाहते हैं तो आप एक एकड़ में 640 पौधे लगा सकते हैं. इसके लिए 2-2 फीट की दूरी पर पौधे लगाएं. अगर आपके पास सिंचाई की सुविधा है तो आप इसे मार्च-अप्रैल में भी लगा सकते हैं. अन्यथा, जून-जुलाई में इसकी खेती करें. पटवन के लिए ड्रिप सिंचाई प्रणाली का इस्तेमाल करें. इतना हीं नहीं, लगाने के दो से तीन साल तक आप इंटीग्रेटेड फार्मिंग के तौर पर पपीता और टमाटर की भी खेती कर सकते हैं.
उखठा रोग की समस्या
कृषि वैज्ञानिक ने बताया कि ताइवान पिंक अमरूद में उखठा रोग की समस्या आती है. इससे बचाव के लिए किसानों को समय-समय पर सुखी टहनियों की कटाई करती रहनी चाहिए. वहीं, हर साल उर्वरक प्रबंधन हेतु नत्रजन 115 ग्राम, स्फू 60 ग्राम और पोटास 60 ग्राम की जरूरत पड़ती है. इसे हर साल करना बेहद जरूरी है.इसके लिए आप दो से तीन बार में करा सकते हैं.
6 महीने में आता फल
आगे बताया, इसकी खेती में 40 से 50 हजार तक प्रति एकड़ खर्च आता है. जिसे अब मनरेगा के बिरसा हरित ग्राम योजना में जोड़ दिया गया है. योजना का लाभ लेकर भी आप इसकी खेती कर सकते हैं. इसे लगाने के 6 महीने के बाद से ही फल आना शुरू हो जाता है. इसे आप धीरे-धीरे मार्केटिंग करना शुरू कर सकते हैं. वहीं, 2 साल के बाद आप एक सीजन में लगभग 2.5 से 3 लाख रुपये तक मुनाफा कमा सकते हैं. आप 20 साल तक घर बैठे फायदा कमा सकते हैं. क्योंकि 20 साल के बाद इसे रिप्लांटिंग की जरूरत पड़ती है.
