इससे अनोखा और क्या हो सकता! पेंट नहीं दवाइयों से बना डाली पेंटिंग, लोग बोले..

Last Updated:
Surat News: वीएनएसजीयू फाइन आर्ट्स के एक छात्र ने 1000 दवाइयों की गोलियों से अनोखी कलाकृति बनाई, जिसने लोगों का दिल जीत लिया. इस कला का उद्देश्य स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता फैलाना और रचनात्मकता की नई ऊंचाइयों क…और पढ़ें

दवाइयों से बनी पेंटिंग
गुजरात के सूरत में वीएनएसजीयू फाइन आर्ट्स के एक छात्र ने अपनी अनोखी सोच और मेहनत से एक ऐसी कलाकृति बनाई, जिसने सभी को चौंका दिया. इस छात्र ने 1000 से अधिक दवाइयों की गोलियों का उपयोग करके एक बेहतरीन कलाकृति तैयार की, जिसे देखकर लोग हैरान रह गए. उनकी यह कृति न केवल अनोखी है, बल्कि कला की नई ऊंचाइयों को भी दर्शाती है.
दवाइयों से बनी कलाकृति क्यों है खास?
आमतौर पर पेंटिंग और मूर्तियों में रंगों, ब्रश और अन्य पारंपरिक सामग्रियों का इस्तेमाल किया जाता है, लेकिन इस छात्र ने अलग हटकर कुछ नया करने का सोचा. उन्होंने स्वास्थ्य से जुड़ी एक खास संदेश देने के लिए दवाइयों की गोलियों का उपयोग किया और इसे एक सुंदर कलाकृति का रूप दिया. यह कला लोगों को स्वास्थ्य और जीवन से जुड़ी गहरी सोच की ओर ले जाती है.
सोशल मीडिया पर छा गई यह अनोखी कला
जब इस छात्र की कलाकृति की तस्वीरें सोशल मीडिया पर आईं, तो लोगों ने इसे खूब पसंद किया. हजारों लोगों ने इसे शेयर किया और कलाकार की रचनात्मकता की सराहना की. कई बड़े कलाकारों और कला प्रेमियों ने भी इसे एक नई सोच का उदाहरण बताया.
कला के जरिए जागरूकता फैलाने की कोशिश
यह कलाकृति सिर्फ सुंदरता के लिए नहीं, बल्कि इसके पीछे एक बड़ा उद्देश्य भी है. कलाकार ने इसे बनाकर यह संदेश दिया कि दवाइयां हमारी जिंदगी में कितना महत्वपूर्ण स्थान रखती हैं, लेकिन उनका सही और संतुलित उपयोग जरूरी है. आज की दुनिया में जहां लोग स्वास्थ्य को लेकर लापरवाह होते जा रहे हैं, वहां इस तरह की कला उन्हें सोचने पर मजबूर करती है.
भविष्य में और नए प्रयोग करने की इच्छा
इस अनोखी कला के बाद अब यह छात्र भविष्य में और नए प्रयोग करने की योजना बना रहा है. वह अलग-अलग सामग्रियों का उपयोग कर नई और आकर्षक कलाकृतियां बनाने की सोच रहा है, जिससे कला की दुनिया में और भी नयापन लाया जा सके.
कला में नया दृष्टिकोण अपनाने की जरूरत
आज के दौर में कलाकारों को पारंपरिक तरीकों से आगे बढ़कर कुछ नया करने की जरूरत है. इस छात्र ने दिखा दिया कि कला की कोई सीमा नहीं होती और किसी भी वस्तु को रचनात्मक रूप देकर उसे सुंदर बनाया जा सकता है. उनकी यह अनोखी कलाकृति एक नई सोच और प्रेरणा का प्रतीक है.
March 08, 2025, 22:00 IST
