इधर आसाराम तो जेल में… उधर आश्रम में हो गया 'खेल', देखती रह जाएगी दुनिया

Asaram Latest News: बलात्कार के दोषी आसाराम भले ही जेल की सलाखों के पीछे हो, लेकिन उनके अहमदाबाद के मोतारा में स्थित आसाराम आश्रम में एक नया ‘खेल’ शुरू हो गया है. गुजरात सरकार ने 2036 ओलंपिक की मेजबानी के लिए एक मास्टर प्लान तैयार किया है, जिसमें इस आश्रम की जमीन को सरदार वल्लभभाई पटेल (SVP) स्पोर्ट्स एन्क्लेव और ओलंपिक विलेज में बदलने की योजना है. यह परियोजना नरेंद्र मोदी स्टेडियम के पास 650 एकड़ में फैली होगी और इसके लिए आसाराम के आश्रम सहित दो अन्य आश्रमों की जमीनें भी अधिग्रहित की जा रही हैं. इस कदम से न केवल अहमदाबाद का नक्शा बदलेगा, बल्कि दुनिया भी हैरान रह जाएगी.
आश्रम में ‘खेल’ की तैयारी
आसाराम साल 2018 से बलात्कार के मामले में आजीवन कारावास की सजा काट रहे हैं, लेकिन उनके आश्रम पर अब सरकार की नज़र पड़ गई है. टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार, आसाराम आश्रम की जमीन को SVP स्पोर्ट्स एन्क्लेव के लिए अधिग्रहित किया जाएगा. इसके साथ ही भारतीय सेवा समाज और सदाशिव प्रज्ञा मंडल नामक दो अन्य आश्रमों की जमीनें भी इस मास्टर प्लान का हिस्सा है.
जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया को अहमदाबाद नगर निगम आयुक्त, अहमदाबाद जिला कलेक्टर और अहमदाबाद शहरी क्षेत्र विकास प्राधिकरण (AUDA) के सीईओ की तीन सदस्यीय समिति देख रही है. सूत्रों ने बताया कि आसाराम आश्रम को वैकल्पिक स्थान पर स्थानांतरित करने की योजना है. जमीन अंतिमकरण समिति यह तय करेगी कि ट्रस्ट को नई जमीन दी जाए या मौजूदा संरचनाओं के लिए मुआवजा दिया जाए. AUDA के सूत्रों ने कहा कि इन आश्रमों के लिए वैकल्पिक स्थानों का मुद्दा विचाराधीन है.
आसाराम का विवाद और आश्रम की अहमियत
आसाराम का नाम पिछले एक दशक से विवादों में रहा है. साल 2013 में एक नाबालिग लड़की के साथ बलात्कार के आरोप में उनकी गिरफ्तारी हुई थी और 2018 में जोधपुर की एक अदालत ने उन्हें आजीवन कारावास की सजा सुनाई थी. इसके बावजूद उनके अनुयायी सक्रिय हैं और मोतारा का यह आश्रम उनके लिए एक महत्वपूर्ण धार्मिक केंद्र रहा है, लेकिन अब इस आश्रम का इस्तेमाल खेलों का महाकुंभ ओलंपिक के लिए होने जा रहा है .
आसाराम के अनुयायी इस कदम से नाराज़ हो सकते हैं, क्योंकि यह आश्रम उनके लिए एक पवित्र स्थल है। सोशल मीडिया पर कुछ लोगों ने इस कदम की आलोचना की है. एक यूजर ने X पर लिखा है कि आसाराम जेल में हैं, लेकिन उनके आश्रम को छूने की हिम्मत कैसे हुई? यह अनुयायियों की भावनाओं के साथ खिलवाड़ है. वहीं, कुछ लोगों ने सरकार के इस कदम का समर्थन किया है. एक अन्य यूज़र ने लिखा कि आसाराम अपराधी है और उसका आश्रम अब ओलंपिक जैसे बड़े मकसद के लिए काम आएगा. यह सही कदम है.
SVP स्पोर्ट्स एन्क्लेव: एक नया खेल मैदान
आसाराम के आश्रम को SVP स्पोर्ट्स एन्क्लेव में बदलने का मकसद 2036 ओलंपिक के लिए अहमदाबाद को तैयार करना है. इस एन्क्लेव में नरेंद्र मोदी स्टेडियम जो पहले से ही 132,000 की क्षमता के साथ दुनिया का सबसे बड़ा क्रिकेट स्टेडियम है के साथ-साथ जिम्नास्टिक, स्केटबोर्डिंग, सॉफ्टबॉल, और टेनिस जैसे खेलों के लिए नई सुविधाएं होंगी. एक ओलंपिक विलेज भी बनाया जाएगा, जहां एथलीट्स ठहर सकें.
गुजरात सरकार ने इस परियोजना की देखरेख के लिए गुजरात ओलंपिक प्लानिंग एंड इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट कॉरपोरेशन लिमिटेड (Golympic) नामक एक विशेष प्रयोजन वाहन बनाया है. मास्टर प्लान को ऑस्ट्रेलियाई डिजाइन फर्म पॉपुलस ने तैयार किया है, जिसमें 350 एकड़ का एक खेल परिसर होगा. इस परिसर में 20 से ज़्यादा खेलों के लिए स्थायी और अस्थायी स्थल, एक अंतरराष्ट्रीय डाइनिंग डिस्ट्रिक्ट, और व्यावसायिक सुविधाएं होंगी.
आसपास के इलाकों पर भी असर
आश्रमों के अलावा, स्टेडियम के पास शिवनगर और वंजारा वास जैसे आवासीय इलाकों को भी मास्टर प्लान में शामिल किया गया है. 20 फरवरी 2025 को गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल की अध्यक्षता वाली एक समिति ने फैसला लिया कि अहमदाबाद नगर निगम (AMC) इन निवासियों को स्थानांतरित करेगा. कलेक्टर कार्यालय को अधिग्रहण प्रक्रिया का जिम्मा सौंपा गया है.
दुनिया देखती रह जाएगी
आसाराम जेल में हैं, लेकिन उनके आश्रम में अब एक नया ‘खेल’ शुरू होने जा रहा है. यह परियोजना 2025 में शुरू होगी और 2028 तक पूरी होने की उम्मीद है. अहमदाबाद की बुनियादी ढांचा सुविधाएं—जैसे मुंबई-अहमदाबाद हाई-स्पीड रेल कॉरिडोर, अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा और मेट्रो सिस्टम इसे ओलंपिक की मेजबानी के लिए एक मजबूत दावेदार बनाती हैं. अगर यह योजना सफल होती है, तो आसाराम का आश्रम एक वैश्विक खेल मैदान बन जाएगा, और दुनिया हैरान रह जाएगी.
