अर्जुन को मिला था दिव्य अस्त्र, सालों पुराने धाम की कहानी जानकर रह जाएंगे दंग!

Agency:News18 Jharkhand
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Maha Shivratri 2025: गिरिडीह का बाबा झारखंड धाम 2 हजार साल पुराना शिव मंदिर है, जहां दो शिवलिंग विराजमान हैं. मान्यता है कि द्वापर युग में भगवान शिव ने अर्जुन को यहां पशुपात अस्त्र दिया था. यह मंदिर 14 एकड़ में…और पढ़ें

Baba jharkhand dham
हाइलाइट्स
- गिरिडीह का बाबा झारखंड धाम 2 हजार साल पुराना है.
- मंदिर में दो शिवलिंग विराजमान हैं.
- हर दिन हजारों श्रद्धालु पूजा-अर्चना करते हैं.
गिरिडीह. भगवान भोलेनाथ के मंदिर दुनिया भर में स्थित हैं और उनके करोड़ों भक्त हैं. ऐसे में कई प्रसिद्ध शिव मंदिरों में गिरिडीह का बाबा झारखंड धाम भी शामिल है. यह मंदिर भक्तों के बीच अत्यंत प्रसिद्ध है. कहा जाता है कि यह मंदिर 2 हजार साल पुराना है. यहां हर दिन हजारों श्रद्धालु पूजा-अर्चना करने पहुंचते हैं. भगवान शिव यहां बाबा झारखंड के रूप में विराजमान हैं. मान्यता है कि यह विश्व का एकमात्र शिव मंदिर है, जहां दो शिवलिंग विराजमान हैं.
कहा जाता है कि द्वापर युग में भगवान शिव ने इसी स्थान पर अर्जुन को पशुपात अस्त्र प्रदान किया था. इसके साथ ही भोलेनाथ ने उन्हें विजय का आशीर्वाद भी दिया था. इसके बाद ही इस मंदिर की स्थापना हुई थी. भक्तों का विश्वास है कि यहां मांगी गई हर मनोकामना पूरी होती है.
दो शिवलिंगों की विशेषता
इस मंदिर की सबसे बड़ी विशेषता यह है कि यहां दो शिवलिंग स्थापित हैं. पहला शिवलिंग अर्जुन द्वारा स्थापित किया गया था, जिसे मनोकामना भगवान के नाम से जाना जाता है. दूसरा शिवलिंग स्वयंभू है, यानी यह प्राकृतिक रूप से प्रकट हुआ था. हर दिन यहां हजारों श्रद्धालु पूजा-अर्चना के लिए आते हैं. पूर्णिमा के दिन यहां श्रद्धालुओं की संख्या 5 हजार से अधिक हो जाती है. दूर-दूर से भक्त इस मंदिर में भगवान भोलेनाथ के दर्शन के लिए आते हैं.
मंदिर की देखभाल और सुविधाएं
लोकल18 से बातचीत में बाबा झारखंड धाम के मुख्य पुजारी नरेश पंडा ने बताया कि वे 1984 से इस मंदिर की सेवा कर रहे हैं. उनका परिवार तीन पीढ़ियों से इस मंदिर की देखभाल कर रहा है.
यह मंदिर 14 एकड़ क्षेत्र में फैला हुआ है. यहां रात्रि विश्राम, शादी-विवाह के लिए धर्मशाला, लाइट, बाथरूम और अन्य सुविधाएं उपलब्ध हैं. यह स्थान श्रद्धालुओं के लिए एक पवित्र और धार्मिक आस्था का केंद्र बना हुआ है.
Giridih,Jharkhand
February 25, 2025, 14:22 IST
