सेहरी और इफ्तारी में क्या खाएं? अंगूरदाना से लेकर सेवाईयां

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Ramdan 2025: भोपाल के पुराने बाजारों में रमजान के महीने में खास व्यंजन देखने को मिल रहे हैं, जैसे सेवइयां, शीर्मल, नुक्ती, और अंगूर दाना. रमजान का महीना 30 दिनों तक अल्लाह की इबादत और रोजा रखने का समय होता है.

रमजान माह में बाजारों में अंगूरदाना से लेकर सेवाईयां तक कई खास सामान आए हैं.
हाइलाइट्स
- भोपाल के बाजारों में रमजान के खास व्यंजन की धूम.
- सेहरी और इफ्तारी में सेवइयां, शीर्मल, नुक्ती, अंगूर दाना.
- रमजान के महीने में पांच वक्त की नमाज का विशेष महत्व.
रमजान 2025. 1 मार्च को चांद रात के साथ ही 2 मार्च से माहे रमजान का पाक महीना शुरू हो चुका है. रोजा रखने में बहुत से नियमों का पालन करना होता है, जिसमें पांच वक्त की नमाज अदा करने का विशेष महत्व होता है. साथ ही सेहरी और इफ्तारी में तरह-तरह के व्यंजनों का लुफ्त उठाते नजर आते हैं. ऐसे में दुनिया भर के साथ ही राजधानी भोपाल का बाजार भी सज चुका है. यहां पर खाने के ढेरों विकल्प मिल जाएंगे. लोकल 18 के माध्यम से जानिए पुराने भोपाल के बाजारों में इन दिनों क्या खास आइटम देखने को मिल रहे हैं.
लोकल 18 की टीम पुराने भोपाल के इतवार क्षेत्र में पहुंची, जहां हर जगह रमज़ान की धूम देखने को मिली. यहां जगह-जगह सेवइयां से लेकर शीर्मल, नुक्ती और अंगूर दाना जैसे खास व्यंजन की दुकान सजी हुई है. लोकल 18 से बात करते हुए अब्दुल अज़ीज़ नामक दुकान संचालक ने बताया कि रमजान के खास महीने में सेहरी और इफ्तारी के लिए हम फैनी, शीर और सेवइयां बेच रहे हैं. इसमें खास तौर पर अलग-अलग तरह की सेवइयां मौजूद हैं, जिनमें कच्ची सेवइयां आदि पकी सेवइयां और डीप फ्राई सेवइयां शामिल हैं.
अंगूरदाना और नुक्ति भी खास
इसके अतिरिक्त शीर्मल पराठे और ड्राय फ्रूट भी शामिल हैं. एक अन्य इदरीश मोहम्मद नामक दुकानदार ने बताया कि हमारे पास से सबसे ज्यादा बिकने वाला आइटम बेसन की बनी नुक्ति और अंगूर दाना है. इसमें नुक्ति का इस्तेमाल मीठे के तौर पर किया जाता है. साथ ही अंगूरदाना भी अलग-अलग रंग में मौजूद होते हैं.
बेसन के सेंव की भी डिमांड
साथ ही रोजे के दौरान नमकीन और तीखे के तौर बेसन के सेंव की डिमांड सबसे ज्यादा होती है. लोगों को सबसे ज्यादा नुक्ति और अंगूर दाना पसंद आ रहे हैं. यदि हम रोजा की बात करें तो रोजा रखने वाले हर दिन बिना कुछ खाए पिए अल्लाह की इबादत करते हैं. सुबह सहरी और शाम को इफ्तार करते हैं. पूरे माह रोजा रखने के बाद खुदा की इबादत रखते हुए पांच वक्त की नमाज अदा की जाती है.
किस महीने मनाया जाता रमजान
इस्लामिक कैलेंडर के अनुसार, यह नौवां महीना होता है. रमजान के पवित्र महीने में अल्लाह के द्वारा बताए गए रास्ते पर चलने और गरीबों की सेवा करने की प्रथा होती है. दरअसल, इस्लामिक मान्यताओं के अनुसार नौवें महीने में मोहम्मद साहब को पवित्र कुरान शरीफ का ज्ञान हासिल हुआ था. तभी से मुस्लिम धर्म में आस्था रखने वाले लोग रमजान के पवित्र महीने में अल्लाह की इबादत करते हुए 30 दिनों का रोजा रखते हैं. आखिरी में ईद-उल-फितर का त्योहार मनाकर एक दूसरे को बधाईयां दी जाती हैं.
Bhopal,Madhya Pradesh
March 07, 2025, 07:02 IST
