Trending

म्यांमार की तबाही मे भारत कैसे बना संकट मोचक? दुनिया देखती रही और हमने कर दिया

Last Updated:

Myanmar Earthquake India Help: म्यांमार में 7.7 तीव्रता के भीषण भूकंप से भारी तबाही हुई, जिसमें 1000 से अधिक लोगों की मौत हुई. भारत ने ‘ऑपरेशन ब्रह्मा’ के तहत राहत सामग्री और आवश्यक मदद भेजी. भारतीय वायुसेना का…और पढ़ें

म्यांमार की तबाही मे भारत कैसे बना संकट मोचक? दुनिया देखती रही और हमने कर दिया

भारत ने भेजी राहत सामग्री. (X/DrSJaishankar)

हाइलाइट्स

  • भारत ने म्यांमार में भूकंप के बाद ‘ऑपरेशन ब्रह्मा’ शुरू किया
  • भारतीय वायुसेना ने 15 टन राहत सामग्री यांगून भेजी
  • भारत ने टेंट, भोजन, दवाइयां और सोलर लैंप भेजे

Myanmar Earthquake News: म्यांमार में शुक्रवार को 7.7 की तीव्रता वाला भीषण भूकंप आया. इस भूकंप ने देश में भारी तबाही मचाई है, जिससे अब तक 1000 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है. म्यांमार में घर ढह गए, बुनियादी ढांचा चरमरा गया, और लोग बेसहारा हो गए. इस संकट की घड़ी में भारत ने एक बार फिर साबित किया कि वह अपने मित्र राष्ट्रों के लिए सबसे पहले मदद का हाथ बढ़ाने वाला देश है. भारत ने तुरंत म्यांमार की मदद के लिए ‘ऑपरेशन ब्रह्मा’ शुरू कर दिया है. इसके तहत भारत ने बड़े पैमाने पर सहायता पहुंचाई है. यह केवल दोनों देशों के बीच गहरे रिश्तों को तो दिखाता ही है, साथ ही इससे यह भी पता चलता है कि भारत हमेशा अपने पड़ोसियों के लिए खड़ा रहेगा.

भारतीय वायुसेना का सी-130 विमान 15 टन राहत सामग्री लेकर हिंडन एयरबेस से म्यांमार के यांगून के लिए रवाना हुआ. यह कदम भारत की उस नीति को दर्शाता है, जिसमें वह अपने पड़ोसियों और मित्र देशों को ‘फर्स्ट रिस्पॉन्डर’ के रूप में प्राथमिकता देता है. भारत की ओर से भेजी गई राहत सामग्री में हर वह चीज शामिल है, जो इस संकट में म्यांमार के लोगों के लिए तत्काल जरूरी है. टेंट और स्लीपिंग बैग बेघर हुए लोगों को आश्रय और गर्माहट देने के लिए भेजे गए हैं. वहीं खाने के लिए भोजन भी भेजा गया है. वाटर प्यूरीफायर और हाइजीन किट स्वच्छता सुनिश्चित करने के लिए भेजी गई है, जो ऐसी आपदाओं के बाद बीमारियों को रोकने के लिए बेहद जरूरी है.

भूकंप से मची तबाही.

भारत की बड़ी विदेश नीति
भारत ने सोलर लैंप और जनरेटर सेट भेजा है, ताकि बिजली की कमी को दूर किया जा सके. आवश्यक दवाइयां जैसे पैरासिटामोल, एंटीबायोटिक्स, सीरिंज और पट्टियां पहली खेप में भेजी गई हैं. ‘नेबरहुड फर्स्ट’ यानी पड़ोसी पहले भारत की विदेश नीति का मूलमंत्र रहा है. म्यांमार में जिस तरह से भारत ने मदद भेजी है वह इसका सीधा-सीधा संकेत है. पड़ोसियों के अलावा दुनिया के दूसरे हिस्सों में भी भारत मानवता की मदद के लिए आगे आता रहा है. 2023 में तुर्की में आए भूकंप से भारी तबाही मची थी. तब भारत ने राहत सामग्री समेत अपनी रेसक्यू टीम भेजी थी.

homeworld

म्यांमार की तबाही मे भारत कैसे बना संकट मोचक? दुनिया देखती रही और हमने कर दिया

source

yashoraj infosys : best web design company in patna bihar
yashoraj infosys : best web design company in patna bihar

viral blogs

About Author

You may also like

Trending

नासिक में ट्रक और टेंपो में जोरदार टक्कर, 8 लोगों की मौत, कई घायल

Last Updated:January 12, 2025, 23:34 IST Road Accident: नासिक में एक भीषण रोड एक्सीडेंट में 8 लोगों की मौत हो
Trending

रोहिड़ी महोत्सव: राजस्थानी परंपरा, विरासत और पर्यटन को नई ऊंचाई देने का माध्यम

Last Updated:January 13, 2025, 00:09 IST Music Festival: ‘द रोहिड़ी’ महोत्सव का आयोजन सीमावर्ती रोहिड़ी में किया जाना था, लेकिन