बागेश्वर स्वास्थ्य विभाग को मिली सफलता, 100 दिनों में 151 गांव टीबी मुक्त

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Bageshwar News: बागेश्वर के जिलाधिकारी आशीष भटगांई ने कहा कि बीते 100 दिनों के लक्ष्य में जिला स्वास्थ्य विभाग ने 151 ग्राम पंचायतों को टीबी मुक्त करने के लिए बेहतरीन काम किया है. स्वास्थ्य विभाग की टीम का काम …और पढ़ें

बागेश्वर के 151 गांव टीबी मुक्त हुए.
बागेश्वर. केंद्र और उत्तराखंड सरकार टीबी मरीजों की जिंदगी संवारने के लिए कई योजनाएं चला रही है. इन योजनाओं का संचालन बागेश्वर जिले में भी बखूबी हो रहा है. टीबी मरीजों को राहत देने के लिए जिला स्वास्थ्य विभाग बेहतरीन कार्य कर रहा है. बीते 100 दिनों के भीतर विभाग को बड़ी सफलता मिली है. टीबी की चपेट में आए 402 ग्राम पंचायतों में से 151 ग्राम पंचायतों को मात्र 100 दिनों में टीबी मुक्त कर दिया गया है. बागेश्वर जिले के मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ कुमार आदित्य ने लोकल 18 को बताया कि जिले को टीबी मुक्त बनाने के लिए विभाग शत-प्रतिशत प्रयास कर रहा है. विभाग की ओर से निक्षय मित्रों की मदद से रोगियों को आर्थिक मदद दी जा रही है. साथ ही जिला अस्पताल के पास स्थित क्षय केंद्र में टीबी रोगी योजना के माध्यम से उनका उपचार किया जा रहा है.
उन्होंने बताया कि क्षय केंद्र में टीबी मरीजों की नियमित जांच और दवाइयां उपलब्ध कराई जा रही हैं. टीबी मरीजों की नियमित मॉनिटरिंग के चलते दिसंबर माह से लेकर मार्च माह तक 151 ग्राम पंचायतें टीबी मुक्त हो गई हैं. शेष ग्राम पंचायतों को भी जल्द ही टीबी मुक्त कर दिया जाएगा.
टीबी रोगियों को मिल रही मासिक पोषण किट
बागेश्वर के जिलाधिकारी आशीष भटगांई ने लोकल 18 को बताया कि बीते 100 दिनों के लक्ष्य में जिला स्वास्थ्य विभाग ने 151 ग्राम पंचायतों को टीबी मुक्त करने के लिए बेहतरीन कार्य किया है. जिला स्वास्थ्य विभाग की टीम का काम सराहनीय है. 100 दिनों में 151 ग्राम पंचायतों को टीबी मुक्त करना विभाग के लिए चैलेंजिंग लक्ष्य रहा लेकिन खुशी इस बात की है कि विभाग ने इस लक्ष्य को पूरा किया. उन्होंने कहा कि टीबी से परेशान मरीज बिना किसी झिझक के प्रधानमंत्री टीबी मुक्त भारत अभियान के तहत आवेदन कर सकते हैं. वर्तमान समय में टीबी रोगियों को मासिक पोषण किट भी दी जा रही है. साथ ही जिले को टीबी मुक्त बनाने के लिए स्वास्थ्य विभाग विभिन्न योजनाओं के तहत लोगों की जांच कर रहा है. उन्होंने कहा कि वह अपेक्षा करते हैं कि आने वाले एक साल में जिले को टीबी मुक्त बनाने के लिए जिला स्वास्थ्य विभाग और भी बेहतरीन कार्य करेगा.
