फाइबर से भरपूर डाइट लेने से पेट में होने वाले इंफेक्शन का खतरा होता है कम, रिसर्च में हुआ खुलासा


एक स्वस्थ मानव आंत माइक्रोबायोम में एंटरोबैक्टीरियासी नामक बैक्टीरिया के समूह का स्तर कम होता है. जिसमें क्लेबसिएला न्यूमोनिया, शिगेला, ई.कोली और अन्य शामिल हैं.

हालांकि, शरीर में सूजन बढ़ने या दूषित भोजन खाने जैसे कारक बीमारी और रोग का कारण बन सकते हैं. चरम मामलों में आंत में बहुत अधिक एंटरोबैक्टीरियासी जीवन के लिए खतरा हो सकता है.

शोधकर्ताओं ने 45 देशों के 12,000 से अधिक लोगों के मल के नमूनों से उनकी आंत माइक्रोबायोम संरचना का विश्लेषण करने के लिए AI सहित कम्प्यूटेशनल दृष्टिकोण का उपयोग किया. वैज्ञानिकों ने पाया कि किसी व्यक्ति के माइक्रोबायोम ‘हस्ताक्षर’ से यह अनुमान लगाया जा सकता है कि किसी व्यक्ति की आंत में एंटरोबैक्टीरियासी का उपनिवेश होने की संभावना है या नहीं.

शोधकर्ताओं ने 135 आंत माइक्रोब प्रजातियों की पहचान की जो आमतौर पर एंटरोबैक्टीरियासी की अनुपस्थिति में पाई जाती हैं. यह संभवतः संक्रमण से बचाता है. फेकैलिबैक्टीरियम नामक बैक्टीरिया का एक समूह हमारे द्वारा खाए जाने वाले खाद्य पदार्थों में फाइबर को तोड़कर शॉर्ट-चेन फैटी एसिड नामक लाभकारी यौगिक बनाता है जो सुरक्षात्मक आंत प्रजातियों में से एक है.

शोधकर्ताओं का कहना है कि अपने आहार में अधिक फाइबर युक्त खाद्य पदार्थों को शामिल करने से अच्छे बैक्टीरिया के विकास में मदद मिल सकती है और बुरे बैक्टीरिया को हटाया जा सकता है, जिससे बीमारियों के जोखिम को कम करने में मदद मिल सकती है. ई.कोली और क्लेबसिएला न्यूमोनिया सहित कई प्रकार के बैक्टीरिया से संक्रमण की संभावना को नियंत्रित करने में संभावित रूप से बहुत महत्वपूर्ण है.

यह हमारे आंत के वातावरण को बदलकर इसे आक्रमणकारियों के लिए अधिक प्रतिकूल बनाता है. सब्ज़ियों, बीन्स और साबुत अनाज जैसे खाद्य पदार्थों में फाइबर खाने से हम अपने आंत के बैक्टीरिया को शॉर्ट-चेन फैटी एसिड बनाने के लिए कच्चा माल प्रदान कर सकते हैं.
Published at : 14 Jan 2025 05:54 PM (IST)
हेल्थ फोटो गैलरी
हेल्थ वेब स्टोरीज
