पीतल से बना अनोखा मुकुट, नक्काशी से सजी कारीगरी जीत रही हर किसी का दिल!

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मुरादाबाद, जिसे पीतल नगरी कहा जाता है, में आनंद इंडस्ट्रीज ने भगवान गणेश के लिए अनोखा मुकुट तैयार किया है. यह मुकुट कस्टमाइजेशन की सुविधा और सुंदर नक्काशी के कारण चर्चा में है.

शिल्पगुरुओं तैयार किया गणेश जी का अनोखा मुकुट.
हाइलाइट्स
- मुरादाबाद में गणेश जी के लिए अनोखा पीतल का मुकुट तैयार किया गया.
- मुकुट की मांग भारत और विदेशों में तेजी से बढ़ रही है.
- मुकुट को कस्टमाइजेशन की सुविधा के साथ विभिन्न साइज में उपलब्ध कराया गया.
पीयूष शर्मा/मुरादाबाद: मुरादाबाद शहर पूरे विश्व में पीतल नगरी के नाम से जाना जाता है. यहां के पीतल उत्पाद न केवल भारत में बल्कि विदेशों में भी काफी पसंद किए जाते हैं. इस शहर में पीतल से बनी कई चीजें तैयार की जाती हैं, जिनमें मूर्तियां, सजावटी सामान और घर की सजावट के उत्पाद शामिल हैं. यहां के कारोबारियों ने हाल ही में गणेश जी के लिए एक विशेष मुकुट तैयार किया है, जो अपनी अनोखी बनावट और नक्काशी के कारण काफी चर्चा में है. यह मुकुट न केवल देखने में बेहद खूबसूरत और आकर्षक है, बल्कि इसकी मांग भी तेजी से बढ़ रही है.
शिल्पगुरुओं ने तैयार किया अनोखा मुकुट
पीतल कारोबारी सचदेवा ने बताया कि उनकी फैक्ट्री आनंद इंडस्ट्रीज के नाम से जानी जाती है. उन्होंने बताया कि उनके कुशल कारीगरों ने भगवान गणेश के लिए यह खास मुकुट तैयार किया है, जिसकी मांग पूरे साल बनी रहती है. इस मुकुट को खासतौर पर नक्काशीदार डिजाइन में बनाया गया है, जिससे इसकी सुंदरता और अधिक निखर कर आती है.
उन्होंने बताया कि इस मुकुट की सबसे खास बात यह है कि इसे ग्राहक अपनी पसंद के अनुसार अलग-अलग तरीकों से कस्टमाइज़ करवा सकते हैं. कोई इसे एंटीक फिनिश में पसंद करता है, तो कोई इसमें स्टोन वर्क करवाना पसंद करता है. इसी वजह से यह मुकुट हर किसी के लिए अलग-अलग अंदाज में उपलब्ध रहता है.
यह मुकुट सिर्फ मंदिरों तक सीमित नहीं है, बल्कि लोग इसे अपने घर के एंट्रेंस और दुकानों के गेट पर भी लगाना पसंद कर रहे हैं. सनातन धर्म में गणेश जी को शुभता और समृद्धि का प्रतीक माना जाता है, इसलिए लोग इस मुकुट को अपने घर या प्रतिष्ठान में लगाने को शुभ मानते हैं.
अलग-अलग साइज और कस्टमाइजेशन की सुविधा
बताया कि यह मुकुट 7 इंच से लेकर 15 इंच तक के अलग-अलग साइज में उपलब्ध है. इसकी कीमत 1200 रुपये प्रति किलो के हिसाब से तय की गई है, लेकिन ग्राहक अपनी जरूरत के अनुसार इसे अलग-अलग डिजाइनों में बनवा सकते हैं.
उन्होंने बताया कि इस मुकुट की मांग केवल भारत में ही नहीं बल्कि विदेशों में भी तेजी से बढ़ रही है. अमेरिका, कनाडा, इंग्लैंड, ऑस्ट्रेलिया और दुबई जैसे देशों में रहने वाले सनातन धर्म के अनुयायी इस मुकुट को खासतौर पर मंगवा रहे हैं. कई प्रवासी भारतीय भी इसे अपने मंदिरों और घरों में लगाने के लिए ऑर्डर कर रहे हैं.
पीतल नगरी को नई पहचान
मुरादाबाद पहले से ही अपने पीतल उद्योग के लिए प्रसिद्ध है, लेकिन इस अनोखे मुकुट ने शहर के कारोबार को एक नई पहचान दी है. यह मुकुट केवल एक सजावटी वस्तु नहीं है, बल्कि भारतीय कारीगरों की मेहनत और उत्कृष्टता का प्रतीक भी है.
भगवान गणेश के इस खास मुकुट की बढ़ती मांग साबित करती है कि भारतीय शिल्पकला की दुनिया भर में पहचान बढ़ रही है. आने वाले समय में इस तरह के अनोखे उत्पाद न केवल मुरादाबाद के पीतल कारोबार को और मजबूत करेंगे, बल्कि इसे एक नई ऊंचाई तक भी पहुंचाएंगे.
