नवादा में ईंट-भट्ठे पर मिले थे बच्चे, ACS ने उठाया ये कदम

Agency:News18 Bihar
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Nawada News: शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव एस सिद्धार्थ नवादा जिले के दौरे पर जाने के क्रम में बच्चों को ईंट-भट्ठे पर बच्चे को काम करते देखा. इस दौरान एसीएस ने बच्चे से सवाल भी पूछा, लेकिन जवाब नहीं दे पाए. इ…और पढ़ें

शिक्षा विभाग में जारी हुआ बड़ा निर्देश
हाइलाइट्स
- ACS ने ईंट-भट्ठे पर काम करते बच्चों को देखा।
- ACS ने सभी डीएम को बच्चों का स्कूल में दाखिला कराने का निर्देश दिया।
- बच्चों की शिक्षा सुनिश्चित करने के लिए अभियान चलाने का आग्रह।
नवादा. शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव (ACS) डॉ. एस सिद्धार्थ बीते दिनों बिहार के अलग-अलग जिलों के दौरे पर थे. इस दौरान उन्होंने कई विद्यालयों का निरीक्षण भी किया. इसी क्रम में जब ACS नवादा जिला पहुंचे, तब वहां उन्होंने चिमनी पर काम कर रहे कुछ बच्चों को देखकर काफी नाराजगी जताई थी. इसके बाद अब अपर मुख्य सचिव ने पूरे बिहार के जिलाधिकारी के लिए बड़ा निर्देश जारी कर दिया है.
गौरतलब है कि बीते शुक्रवार को शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव डॉ. एस सिद्धार्थ नवादा पहुंचे थे. इस दौरान जब एक ईंट-भट्ठा पर पहुंचे थे, तब उन्होंने देखा कि कुछ बच्चे वहां काम कर रहे हैं. अपर मुख्य सचिव ने उनसे बातचीत की थी तथा उनसे उनकी शिक्षा के बारे में भी जानकारी ली थी.
एसीएस के सवाल का बच्चे नहीं दे पाए थे जवाब
ACS ने उन बच्चों से स्कूल नहीं जाने तथा उनकी पढ़ाई-लिखाई के बारे में पूछा तो, बच्चे गोल-गोल जवाब देने लगे थे. इस दौरान उन्होंने उनसे कई सारे सवाल भी किए थे. बच्चों से गणित और वर्णमाला के सवाल किया, तो बच्चे जवाब नहीं दे सके थे. इस दौरान ACS ने उन बच्चों की काउंसलिंग भी की थी तथा उन्हें स्कूल जाने के लिए प्रेरित भी किया था. इसके बाद जब अपर मुख्य सचिव डॉ. एस सिद्धार्थ वापस पटना पहुंचे, तब उन्होंने सभी जिलाधिकारी के नाम एक पत्र जारी किया है. जिसमें उन्होंने ईट-भट्ठे पर काम करने वाले बच्चों सहित अलग-अलग जगह पर रहने वाले बच्चों की पढ़ाई को लेकर बड़ा निर्देश जारी कर दिया है.
एससीएस ने डीम को लिख पत्र
दरअसल, अपर मुख्य सचिव डॉ. एस सिद्धार्थ ने सभी जिलाधिकारी के नाम एक पत्र जारी किया है. जिसमें उन्होंने कहा है कि निरीक्षण के क्रम में यह पाया गया है कि ऐसे बच्चे जिनके माता-पिता ईंट-भट्ठे, बालू घाट, सड़क निर्माण या अन्य सरकारी अथवा गैर सरकारी बड़ी परियोजनाओं में काम करते हैं तथा उन जगहों पर रहते हैं. इस कारण बच्चों को पढ़ाई से वंचित रहना पड़ता है. उन्होंने सभी जिलाधिकारी को यह निर्देश दिया है की ईंट-भट्ठे अथवा अन्य निर्माण स्थलों पर कार्यरत श्रमिक के 6 से 14 आयु वर्ग के बच्चों की पहचान कर यह सुनिश्चित किया जाए कि वह अनामांकित ना रहे. उन्होंने सभी जिलाधिकारी से अपने जिले में अभियान चलाकर उन बच्चों का एडमिशन कराने का निर्देश जारी कर दिया है.
February 05, 2025, 14:48 IST
