Heath & Beauty

ज्यादा शराब और स्मोकिंग से लिबिडो कम होती जा रही है, तो जानिए इसे कैसे ठीक किया जा सकता है

यौन इच्छा में कमी कोई अच्छा संकेत नहीं है, यह एक अस्वथ शरीर की निशानी है और आपके रिश्ते में भी बढ़ाएं उत्तपन कर सकती है। इसलिए यदि आप शारब और धूम्रपान करती हैं तो आज से सचेत हो जाएं।

आज के समय में शराब और धूम्रपान बहुत से लोगों के नियमित जीवनशैली का हिस्सा बन चूका है। महिलाएं भी इसकी आदि हो रही हैं। शराब और धूम्रपान का सेवन समग्र स्वास्थ्य के लिए बेहद हानिकारक होता है। यह महिलाओं में लिबिडो यानि की सेक्सुअल डिजायर को कम कर सकता है। यौन इच्छा में कमी कोई अच्छा संकेत नहीं है, यह एक अस्वथ शरीर की निशानी है और आपके रिश्ते में भी बढ़ाएं उत्तपन कर सकती है। इसलिए यदि आप शारब और धूम्रपान करती हैं तो आज से सचेत हो जाएं। आप यह सोच सकती हैं की आखिर ये यौन इच्छा को किस तरह प्रभावित कर सकता है? तो चिंता न करें, आज हम आपको इस बारे में विस्तार से बताएंगे (alcohol and smoking effect on libido)।

महिलाओं की यौन इच्छा यानि की लिबिडो पर शराब और धूम्रपान के प्रभाव को समझने के लिए हेल्थ शॉट्स ने डॉ. पवित्रा शर्मा, कंसल्टेंट – ऑब्सट्रिक्स और गाइनेकोलॉजी, अपोलो स्पेक्ट्रा हॉस्पिटल, जयपुर से बात की। डॉक्टर ने इनके दुष्प्रभाव बताते हुए सभी महिलाओं से इन्हे छोड़ने की गुजारिश की है। साथ ही उन्होंने कुछ अन्य टिप्स भी बताए हैं, जो यौन उत्तेजना में सुधार करने में मदद कर सकते हैं (alcohol and smoking effect on libido)।

जानें शराब का सेवन फीमेल लिबिडो को किस तरह करता है प्रभावित (alcohol effect on libido)

शराब और सिगरेट का सेवन महिलाओं की सेहत पर कई तरह से नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है, जिसमें उनकी लिबिडो यानी यौन इच्छा पर भी असर पड़ता है। शराब का अधिक सेवन शरीर में हार्मोनल असंतुलन पैदा करता है, जो महिलाओं की यौन इच्छा को कम कर सकता है। साथ ही, यह ब्लड सर्कुलेशन को प्रभावित करता है, जिससे यौन उत्तेजना में कमी आ सकती है। शराब यौन उत्तेजना को कम कर सकती है और वेजाइनल ल्युब्रिकेशन में कमी, डिस्पेर्यूनिया और ऑर्गैजम तक पहुंचने में कठिनाई पैदा कर सकती है।

Alcohol
शराब का अधिक सेवन शरीर में हार्मोनल असंतुलन पैदा करता है. चित्र : अडॉबीस्टॉक

अब जानें लिबिडो पर स्मोकिंग का प्रभाव (smoking effect on libido)

वहीं, सिगरेट पीने से शरीर में ब्लड सर्कुलेशन खराब होता है, जिससे यौन स्वास्थ्य और उत्तेजना पर नकारात्मक असर पड़ता है। निकोटीन महिलाओं के सेक्सुअल हार्मोन को प्रभावित कर सकता है, जिससे लिबिडो कम होती जाती है। इससे आत्मविश्वास और रिलेशनशिप की क्वालिटी भी कम हो सकती है। इन आदतों को सुधारकर यौन स्वास्थ्य बेहतर किया जा सकता है।

यह भी पढ़ें

हंसाजी योगेंद्र बता रही हैं मेनोपॉज को मैनेज करने का तरीका
पीरियड्स में चाय पीनी चाहिए या नहीं, एक एक्सपर्ट से जानते हैं माहवारी पर चाय का असर

धूम्रपान ब्लड वेसल्स को नुकसान पहुंचा सकता है, और ब्लड फ्लो को प्रतिबंधित कर सकता है। समय के साथ, ब्लड वेसल्स की दीवारें मोटी हो जाती हैं, जिससे शरीर के चारों ओर रक्त का पर्याप्त प्रवाह मुश्किल हो जाता है। धूम्रपान जननांग क्षेत्र में भी रक्त प्रवाह को प्रतिबंधित कर सकता है, जिससे उत्तेजना की संवेदना कम हो जाती है। वहीं महिलाओं के लिए ऑर्गज्म प्राप्त करना बेहद मुश्किल हो जाता है।

इन टिप्स को याद रख महिलाएं बढ़ा सकती हैं लिबिडो

डॉ. पवित्रा शर्मा कहती हैं “सबसे पहले, शराब और सिगरेट का सेवन सीमित या बंद कर दें। हेल्दी लाइफस्टाइल अपनाएं, जिसमें संतुलित आहार, पर्याप्त नींद, और नियमित एक्सरसाइज शामिल हो। खासतौर पर फलों, सब्जियों, और नट्स जैसे पोषक तत्वों से भरपूर आहार लें, जो हार्मोन को बैलेंस रखने में मदद करते हैं। तनाव को कम करने के लिए योग और मेडिटेशन का सहारा लें। अगर समस्या ज्यादा महसूस हो रही है, तो किसी अच्छे डॉक्टर से परामर्श करें।”

low-libido
लिबिडो की कमी का कारण बन सकता है तनाव। चित्र : एडॉबीस्टॉक

1. धूम्रपान और शराब छोड़ें

महिलाओं को सबसे पहले शराब और सिगरेट से पूरी तरह परहेज रखने की सलह दी जाती है। क्युकी यह न केवल आपके सेक्सुअल उत्तेजना को कम करता है, बल्कि फर्टिलिटी पर भी नकारात्मक असर डाल सकता है। सिगरेट पीने से व्यक्ति के हृदय प्रणाली पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। एक अच्छे सेक्सुअल फंक्शन के लिए हृदय स्वास्थ्य महत्वपूर्ण होता है। जो लोग सिगरेट और शराब पीते हैं, उन्हें धूम्रपान छोड़ने के बाद ऊर्जा का स्तर और सेक्स ड्राइव बढ़ा हुआ महसूस होता है।

2. रिश्ते की गुणवत्ता में सुधार करे

कई बार रिश्ते में अनबन के कारण यौन इच्छा और आवृत्ति में कमी का अनुभव होता है। यह किसी के साथ लंबे समय तक रहने के बाद या किसी व्यक्ति को अपने अंतरंग संबंधों में समस्याओं का एहसास होने पर हो सकता है। ऐसे में रिश्ते की गुणवत्ता पर ध्यान देना बहुत जरुरी है। पार्टनर के साथ वक़्त बिताएं, खुलकर बातचित करें, एक दूसरे के यौन इच्छाओं के बारे में बातचीत करें, ये कुछ तरीके लिबिडो बढ़ाने में आपकी मदद कर सकते हैं।

3. फोरप्ले पर ध्यान दें

बेहतर यौन अनुभव होने से व्यक्ति की सेक्स की इच्छा बढ़ सकती है, जिससे उसकी लिबिडो में सुधार होता है। कई मामलों में, लोग स्पर्श करने, किस करने, सेक्स टॉय का उपयोग करने और ओरल सेक्स में अधिक समय बिताकर अपने यौन अनुभवों को बढ़ा सकते हैं। कुछ लोग इन क्रियाओं को आउटरकोर्स कहते हैं।

Neend
रात को नींद में आपकी त्वचा हिल होती है, यदि हम समय पर नहीं सोते हैं तो हीलिंग प्रोसेस भी छोटा हो जाता है। चित्र : अडॉबीस्टॉक

4. अच्छी नींद लें

अच्छी नींद व्यक्ति के समग्र मूड और ऊर्जा के स्तर को बेहतर बना सकती है। वहीं कई शोध सामने आए हैं, जिनमें एक बेहतर नींद की गुणवत्ता को लिबिडो से जोड़ा गया है। महिलाओं पर 2015 में किए गए एक अध्ययन में सामने आया की रात को अधिक सोने से अगले दिन उनकी यौन इच्छा बढ़ जाती है। जिन महिलाओं की औसत नींद का समय अधिक होता है, उनमें कम नींद लेने वाली महिलाओं की तुलना में इंटिमेट एरिया में उत्तेजना बेहतर होती है।

5. पौष्टिक आहार लें

स्वस्थ एवं संतुलित आहार का पालन करने से लोगों की सेक्स ड्राइव में सुधर देखने को मिल सकता है। पोषक तत्वों से भरपूर आहार के सेवन से ब्लड सर्कुलेशन और हृदय स्वास्थ्य में सुधार होता है। फल, सब्जियां, नट्स आदि का नियसमित सेवन लिबिडो बढ़ाने के साथ ही आपके समग्र स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में आपकी मदद कर सकता है।

यह भी पढ़ें : हेल्दी प्रेगनेंसी के लिए स्पर्म काउंट ही नहीं, स्पीड भी है जिम्मेदार, जानिए हेल्दी स्पर्म के बारे में सब कुछ

source

yashoraj infosys : best web design company in patna bihar
yashoraj infosys : best web design company in patna bihar

viral blogs

About Author

You may also like

viral blogs.in
Heath & Beauty

स्टेज III ब्रेस्ट कैंसर की समझ: निदान, उपचार और जीवित रहने की दर

स्तन कैंसर एक ऐसी बीमारी है जो महिलाओं में सबसे सामान्य प्रकार का कैंसर है। इस बीमारी के विभिन्न स्टेज
Heath & Beauty

बाल झड़ने की समस्या का घरेलू उपचार: प्राकृतिक तरीकों से बालों को बनाएं मजबूत

बाल झड़ना आजकल एक आम समस्या बन गई है। खराब जीवनशैली, प्रदूषण, तनाव, और गलत खानपान के कारण बहुत से