गेहूं में बाली आने से पहले इस दवा का कर दें छिड़काव, ATM बन जाएगी खेत

Agency:News18 Bihar
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Wheat Farming Tips: रबी के सीजन में जब गेहूं के दाने फूटने लगे, तो किसान को सवाधान रहने की जरूरत होती है. यदि गेहूं का फुटाव तेजी से नहीं हो रहा है तो खेत में 500 ग्राम जिंक सल्फेट 21 प्रतिशत और 2.5 किलो यूरिया…और पढ़ें

गेहूं की फसल में इस दवा का करें छिड़काव
हाइलाइट्स
- गेहूं के दाने फूटने पर 500 ग्राम जिंक सल्फेट और 2.5 किलो यूरिया का छिड़काव करें.
- छिड़काव से गेहूं के फुटाव में तेजी और दाने का वजन बढ़ेगा.
- प्रति एकड़ 10 किलो कैल्शियम नाइट्रेट का भी उपयोग करें.
जमुई. रबी सीजन में गेहूं की खेती बड़े पैमाने पर की जाती है. बिहार में बड़ी संख्या में किसान गेहूं की फसल लगाते हैं. गेहूं की खेती के लिए फरवरी का महीना काफी महत्वपूर्ण माना जाता है, क्योंकि इसी महीने में गेहूं के दाने फूटने शुरू हो जाते हैं. धीरे-धीरे गेहूं के दानों में वजन आने लगता है और उसकी बालियां हरी से पीले होने लगते हैं. यही वक्त है जब गेहूं के फसल में थोड़ा सा ध्यान दिया जाए, तब गेहूं के फसल को बेहतर बनाया जा सकता है.
अगर किसान इस वक्त अपने खेतों में एक खास दवा का छिड़काव करें, तो ऐसा करने से उनके गेहूं के दाने पुष्ट हो जाएंगे और फसल में फुटाव भी बढ़ेगा. कृषि विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिक डॉ. प्रमोद कुमार बताते हैं कि अगर फसल फुटाव के समय उसे संपूर्ण पोषण और तत्व ना मिले तो ऐसे में गेहूं की फसल प्रभावित हो जाती है. इसका असर सीधे रूप से पैदावार पर पड़ता है और किसानों को खेती से मुनाफे की बजाय नुकसान झेलना पड़ता है.
खेतों में करें यह काम तेजी से होगा दाने का फुटाव
कृषि वैज्ञानिक ने बताया कि रबी के सीजन में जब गेहूं के दाने फूटने लगे, तब किसानों को यह जानना अत्यधिक जरूरी है कि उन्हें इस वक्त किन बातों का ध्यान रखना चाहिए. उन्होंने बताया कि अगर आपके गेहूं के दाने फूटने लगे हैं, इस वक्त अपने खेतों में 500 ग्राम जिंक सल्फेट 21 प्रतिशत और ढाई किलो यूरिया को 100 लीटर पानी में मिलकर इसका छिड़काव करें. इतनी दवा एक एकड़ के लिए पर्याप्त होती है. उन्होंने कहा कि ऐसा करने से गेहूं के फुटाव में तेजी से बढ़ोतरी होती है. इसके साथ ही एक महीने पर स्प्रे का दोबारा छिड़काव कर दें. जिससे फसल एक समान रूप से बढ़ेगी, और दाने की बनावट इतनी बेहतर हो जाएगी कि गेहूं का वजन अपने आप ही बढ़ जाएगा. इस उपाय से आप अपने गेहूं के पैदावार को बढ़ा सकते हैं.
यह उपाय भी आ सकती है आपके काम
कृषि वैज्ञानिक ने बताया कि इसके अलावा अगर आप एक से दो साल पुराने जिंक सल्फेट का प्रयोग करें तब भी गेहूं के फूटने की प्रक्रिया काफी तेज हो जाती है. इतना ही नहीं किसानों को चाहिए कि जब गेहूं के दाने फूटने लगे, तब उन्हें अपने खेतों की सिंचाई कर देनी चाहिए. साथ ही गेहूं की फसल में कैल्शियम नाइट्रेट का भी प्रयोग किया जा सकता है. कैल्शियम की कमी होने से पौधे जमीन से पोषक तत्व को नहीं ले पाते हैं. जिससे गेहूं के दाने फुट कर अच्छे तरीके से बाहर नहीं निकाल पाते हैं. उन्होंने बताया कि प्रति एकड़ 10 किलो कैल्शियम नाइट्रेट का इस्तेमाल किया जा सकता है. आप चाहे तो स्थानीय कृषि विज्ञान केंद्र से संपर्क कर अपने मिट्टी के अनुसार भी दवाई का इस्तेमाल कर सकते हैं.
February 02, 2025, 13:58 IST
