गजब ! रोजाना 1 क्विंटल से ज्यादा दही की होती है खपत ,आखिर कुछ तो बात है यहां की लस्सी में

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Gumla Famous Lassi Shop: गुमला की मशहूर मोहन शाही लस्सी, जो रोजाना 1 क्विंटल से ज्यादा दही की खपत करती है, गर्मी में लोगों की पहली पसंद बनी हुई है. यह लस्सी गाढ़ी, मलाईदार और शुद्धता से भरपूर होती है, जिसमें का…और पढ़ें

गजब ! रोजाना 1 क्विंटल से ज्यादा दही की होती है खपत ,आखिर कुछ तो बात है यहां की
हाइलाइट्स
- मोहन शाही लस्सी रोजाना 1 क्विंटल दही की खपत करती है.
- लस्सी में काजू, किशमिश, नारियल और रूह अफजा मिलाया जाता है.
- 20 साल पुरानी दुकान, झारखंड में बेहद लोकप्रिय.
गुमला: गर्मी बढ़ते ही लोग ठंडे और ताजगी देने वाले पेय पदार्थों की ओर रुख करने लगते हैं. कोल्ड ड्रिंक्स और जूस से हटकर गुमला की मोहन शाही लस्सी का अलग ही जलवा है. यह इतनी खास है कि रोजाना 1 क्विंटल से अधिक दही की खपत होती है और दुकान बंद होने से पहले ही सारा माल खत्म हो जाता है.
कहां मिलती है यह खास लस्सी?
मोहन शाही लस्सी स्टॉल, सिसई रोड तिवारी स्टोर के पास गुमला में स्थित है. यह स्टॉल 20-22 सालों से लोगों की पहली पसंद बना हुआ है. यहां मिलने वाली लस्सी ठंडी, गाढ़ी, मलाईदार और बेहद शुद्ध होती है, जिसे लोग दूर-दूर से पीने आते हैं.
क्या खास है मोहन शाही लस्सी में?
रोजाना 80 से 100 लीटर दही जमाया जाता है.लस्सी में बर्फ, मलाई, चीनी, काजू, किशमिश, नारियल और रूह अफजा मिलाकर परोसा जाता है.एक बार जो पी ले, वह दोबारा जरूर लौटकर आता है!
20 साल पुरानी दुकान, स्वाद में आज भी बेमिसाल!
मोहन शाही लस्सी के संचालक अशोक कुमार बताते हैं कि उन्होंने 8 रुपये प्रति ग्लास से शुरुआत की थी, जो अब 35 रुपये प्रति ग्लास हो गई है.शुद्धता ही उनकी दुकान की पहचान है. गर्मी और रमजान के महीने में लस्सी की मांग सबसे ज्यादा होती है.लस्सी की लोकप्रियता सिर्फ गुमला ही नहीं, बल्कि पूरे झारखंड में है.
ग्राहकों का क्या कहना है?
अनमोल, जो पिछले 10 सालों से यहां लस्सी पीने आ रहे हैं, कहते हैं,
“यहां की लस्सी का स्वाद बेमिसाल है. एक बार जो पी ले, वह बार-बार लौटकर आता है.”
