कहां खुली थी रेलवे की पहली वर्कशॉप जिसमें बना पहला स्वदेशी भाप इंजन

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Indian Railway History-जमालपुर रेलवे वर्कशॉप 8 फरवरी 1862 को स्थापित हुआ. यह एशिया का सबसे पुराना चालू वर्कशॉप है.

यह फोटो 1890 का है, जिसमें जमालपुर वर्कशॉप में छुट्टी के बाद कर्मचारी अपने घर जा रहे हैं. (image :@IndiaHistorypic/X)
हाइलाइट्स
- जमालपुर रेलवे वर्कशॉप 8 फरवरी 1862 को स्थापित हुआ.
- यह एशिया का सबसे पुराना चालू रेलवे वर्कशॉप है.
- भारत का पहला स्वदेशी भाप इंजन यहीं बना.
नई दिल्ली. देश में पहली ट्रेन 16 अप्रैल, 1853 को चली थी, यह बात लगभग हर किसी को मालूम है. लेकिन रेलवे के इतिहास से जुड़े कुछ ऐसे तथ्य भी हैं, जिनके बारे में अधिकतर लोग नहीं जानते. भारत में रेलवे का पहला वर्कशॉप कहां और कब बना था, इसकी जानकारी भी बहुत कम लोगों को है. रेलवे का पहला वर्कशॉप आज से 163 साल पहले बिहार के जमालपुर में शुरू हुआ था. 8 फरवरी 1862 को स्थापित हुआ जमालपुर रेलवे वर्कशॉप आज भी पूरे दमखम के साथ काम कर रहा है. यह सिर्फ भारत ही नहीं, एशिया का सबसे पुराना चालू रेलवे वर्कशॉप है जो अब ईस्टर्न रेलवे ज़ोन के तहत आता है.
शुरुआत में जमालपुर सिर्फ एक रनिंग शेड था, जहां इंजनों की मामूली मरम्मत होती थी. लेकिन जैसे-जैसे इसकी क्षमता और ज़रूरतें बढ़ीं यह वर्कशॉप एक बड़े रेलवे निर्माण केंद्र में तब्दील हो गया. 1880 के दशक से जमालपुर कारखाने में नए इंजन भी बनाने शुरू कर दिए. बाद में यहां ट्रेन के पहियों को छोड़कर बाकी सब पार्ट्स भी बनने लगे. आज भी यह वर्कशॉप हज़ारों लोगों को रोज़गार देता है. यही पर प्रतिष्ठित इंडियन रेलवे इंस्टीट्यूट ऑफ मैकेनिकल एंड इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग (IRIMEE) भी स्थित है.

ब्रिटिश काल की इस फोटो में अंग्रेज अफसर जमालपुर वर्कशॉप का मुआयना करते दिख रहे हैं. (Photo : @britishlibrary/X)
क्यों चुना गया था जमालपुर?
जमालपुर को वर्कशॉप के लिए चुनने के पीछे भी एक दिलचस्प कहानी है. इस इलाके के कारीगर कभी बंगाल और उड़ीसा के नवाबों के लिए हथियार बनाते थे. अंग्रेजों ने उनकी इसी हुनर को पहचाना और यहां वर्कशॉप स्थापित कर लिया ताकि उन्हें कुशल श्रमिक आसानी से मिल सकें. 15 जनवरी 1935 को बिहार में आए भयानक भूकंप में यह कारख़ाना और इसके आसपास रेलवे की कॉलोनी पूरी तरह तबाह हो गई थी. बाद में इसे फिर से तैयार किया गया था जिसमें तीन साल का समय लगा था.

रेलवे द्वारा बनाई गई पहली स्वदेशी क्रेन.
देश का पहला भाप इंजन यहीं बना
जमालपुर वर्कशॉप में ही भारत का पहला भाप का रेल इंजन बनाया गया. 1899 से 1923 के बीच यहां 216 भाप इंजन और वाष्प बॉयलर बनाए गए. 1961 में भारत की पहली स्वदेशी रेल क्रेन भी यहीं बनी. इतना ही नहीं, टिकट छापने, गिनने और काटने वाली मशीनें भी जमालपुर की देन हैं.
जमालपुर वर्कशॉप में 1880 तक 5,000 कर्मचारी काम करते थे और 1906 में यह संख्या 10,000 के पार पहुंच गई. 1898 में भारत की पहली स्टील फाउंड्री भी यहीं इसी रेलवे वर्कशॉप में बनी. इसकी क्षमता 10 टन प्रतिदिन थी. जमालपुर वर्कशॉप में एक आयरन फाउंड्री भी थी, जिसमें 1800 कर्मचारी थे. अब यह बंद है.
