कम बारिश, बढ़ी चिंता! ऐसे बचा सकते हैं फसल, बागवानी विशेषज्ञ ने दिए टिप्स

Agency:News18 Himachal Pradesh
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इस साल कम बारिश और बर्फबारी के कारण सेब की फसल पर खतरा मंडरा रहा है. इससे बागवानों की चिंता बढ़ गई है. ऐसे में सेब के फसलों को बचाने के लिए बागवानी विशेषज्ञों ने कुछ टिप्स दिए हैं. आइए जानते हैं…

सेब के पेड़
हाइलाइट्स
- कम बारिश और बर्फबारी के कारण सेब की फसल पर खतरा मंडरा रहा है.
- इससे बागवानों की चिंता बढ़ गई है.
- सेब के फसलों को बचाने के लिए बागवानी विशेषज्ञों ने टिप्स दिए हैं.
हिमाचल प्रदेश में बागवानी कई लोगों की आजीविका का मुख्य स्रोत है. खासकर सेब उत्पादन पर हजारों किसानों की सालभर की मेहनत निर्भर करती है. लेकिन अचानक बढ़ती गर्मी और बेमौसम बारिश ने बागवानों की चिंता बढ़ा दी है. सेब की अच्छी पैदावार के लिए जरूरी चिलिंग आवर्स (ठंडे तापमान में रहने का समय) अगर पूरे नहीं हुए तो इस साल की फसल बर्बाद होने का खतरा बढ़ जाएगा. बदलते मौसम के इस असर से बागवानों की मेहनत और आय दोनों प्रभावित हो सकती हैं.
बागवानी काम से जुड़े श्याम कुल्लवी ने बताया कि आमतौर पर इन दिनों घाटी में अच्छी बर्फबारी होती थी, जिससे न केवल सेब की फसल के लिए आवश्यक चिलिंग आवर्स पूरे होते थे, बल्कि किसानों को बेहतरीन उत्पादन भी मिलता था. लेकिन इस साल अचानक बढ़ी गर्मी और कम बर्फबारी ने बागवानों की चिंता बढ़ा दी है. अब वे इस सोच में पड़ गए हैं कि आखिर सेब की फसल को कैसे बचाया जाए और उत्पादन बेहतर कैसे किया जाए. बदलते मौसम के इस असर ने पूरे क्षेत्र के बागवानों को असमंजस में डाल दिया है.
सेब के पौधे के आसपास नमी को बचाए बागवान
बागवानी विभाग में कार्यरत विषय विशेषज्ञ उत्तम पराशर ने बताया कि इस साल कम बारिश और बर्फबारी के कारण सेब की फसल पर असर पड़ सकता है. हालांकि, बीते दिनों मौसम में हुए बदलाव के बाद उम्मीद है कि सेब के पेड़ों को पर्याप्त नमी मिल सकेगी. उन्होंने बागवानों को सलाह दी कि पेड़ों के आसपास मिट्टी पर घास बिछाएं, ताकि बगीचों में नमी बनी रहे और फसल को नुकसान न हो. यदि पौधों को पर्याप्त नमी मिलती है, तो इस साल बेहतर पैदावार की संभावना बनी रहेगी.
Kullu,Himachal Pradesh
February 13, 2025, 18:35 IST
