कब शुरू होगा होलाष्टक? जानें होली के पहले ये 8 दिन क्यों अशुभ, ये काम न करें

Agency:News18 Jharkhand
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Holashtak 2025 Date: होली के आठ दिन पूर्व होलाष्टक शुरू हो जाता है. होलाष्टक के आठ दिन अशुभ माने गए हैं. इस दौरान धार्मिक कार्यों के अलावा इन शुभ कार्यों पर भी विराम लगा दिया जाता है. देवघर आचार्य से जानें सब…..और पढ़ें

जानिए कब से शुरु हो रहा है होलाष्टक.
हाइलाइट्स
- होलाष्टक 2025 की शुरुआत मार्च में होगी
- होलाष्टक के दौरान मांगलिक कार्य न करें
- होलाष्टक में यज्ञ, हवन और खरीदारी से बचें
देवघर: फाल्गुन माह में महाशिवरात्रि, होली जैसे प्रमुख त्योहार आते हैं. होली का लोगों को बड़ी बेसब्री से इंतजार रहता है. लेकिन, होली से ठीक आठ दिन पहले होलाष्टक लगता है. आठ दिन के होलाष्टक को शुभ नहीं माना जाता. इस दौरान सभी प्रकार के मांगलिक कार्य वर्जित होते हैं. वहीं, होलाष्टक के 8 दिन में मांगलिक कार्यों के अलावा कुछ ऐसे काम भी होते हैं जो भूलकर भी नहीं करने चाहिए.
देवघर के पागल बाबा आश्रम स्थित मुद्गल ज्योतिष केंद्र के प्रसिद्ध ज्योतिषाचार्य पंडित नंदकिशोर मुद्गल ने लोकल 18 को बताया कि होली एक महत्वपूर्ण पर्व माना गया है. होली के दिन लोग एक-दूसरे को रंग लगाकर खुशियां बांटते हैं. ,लेकिन होली के ठीक आठ दिन पहले होलाष्टक लग जाता है. होलाष्टक बेहद अशुभ है. क्योंकि, होलाष्टक के समय सभी ग्रहों का स्वभाव उग्र हो जाता है. मान्यता है कि इस दौरान किए गए मांगलिक कार्य पर प्रभाव नकारात्मक पड़ता है.
कब शुरू हो रहा होलाष्टक
ज्योतिषाचार्य ने बताया कि ऋषिकेश पंचांग के अनुसार, साल 2025 में होलाष्टक की शुरुआत 7 मार्च को होने वाली है और समापन 13 मार्च को. इस दौरान कुछ विशेष कार्य एवं धार्मिक कार्य करने से बचना चाहिए.
होलाष्टक के समय क्या न करें
ज्योतिषाचार्य के अनुसार, कुछ ऐसे विशेष कार्य एवं धार्मिक कार्य होते हैं जो प्लास्टिक के समय बिल्कुल भी नहीं करनी चाहिए. इसको करने से जीवन पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है. जैसे-
मांगलिक कार्य न करें: ज्योतिषाचार्य बताते हैं कि होलाष्टक के समय किसी भी प्रकार के मांगलिक कार्य करने से बचना चाहिए. मांगलिक कार्य करने से उस पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है.
यज्ञ हवन न करें: होलाष्टक के समय यज्ञ हवन इत्यादि भी नहीं करनी चाहिए. ऐसा करना अशुभ माना जाता है.
खरीदारी न करें: होलाष्टक के समय किसी भी प्रकार की खरीदारी जैसे सोना, चांदी, वाहन, जमीन इत्यादि चीजों की खरीदारी करने से बचना चाहिए.
नए कार्य की शुरुआत न करें: ज्योतिषाचार्य बताते हैं कि होलाष्टक के समय नए कार्य की शुरुआत, नए व्यापार की शुरुआत बिल्कुल नहीं करनी चाहिए. ऐसा करने से व्यापार पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है.
होलाष्टक के समय क्या करें
ज्योतिषाचार्य बताते हैं कि होलाष्टक के समय पूजा पाठ की मनाही नहीं होती है. उस समय भगवान विष्णु की पूजा करें या फिर भगवान शिव की पूजा करें. महामृत्युंजय जाप करें. इससे जीवन पर सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा.
Deoghar,Jharkhand
February 18, 2025, 10:19 IST
Disclaimer: इस खबर में दी गई जानकारी, राशि-धर्म और शास्त्रों के आधार पर ज्योतिषाचार्य और आचार्यों से बात करके लिखी गई है. किसी भी घटना-दुर्घटना या लाभ-हानि महज संयोग है. ज्योतिषाचार्यों की जानकारी सर्वहित में है. बताई गई किसी भी बात का Local-18 व्यक्तिगत समर्थन नहीं करता है.
