इस एनिमल लवर का अनोखा जन्मोत्सव! गाय के बछिया का धूमधाम से मना रहा बर्थडे

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अनोखा जन्मोत्सव: लोग अक्सर आने बच्चे का जन्मोत्सव मनाते है, लेकिन एक ऐसा गौ प्रेमी जो घर में गौ माता ने बछिया के जन्म देने पर धूमधाम से उसका जन्मोत्सव मना रहा है.

गाय के बछिया जन्म पर मनाया गया जन्मोत्सव
हाइलाइट्स
- धमतरी में गौ प्रेमी ने बछिया का जन्मोत्सव धूमधाम से मनाया.
- जन्मोत्सव में सत्यनारायण कथा, प्रीतिभोज और रामायण कार्यक्रम हुआ.
- बाबूलाल सिन्हा ने बछिया को अपने बच्चे की तरह पाला.
धमतरी:- दुनिया में इंसान अपने खुद का बच्चा जन्म लेने पर ही धूमधाम से जन्मोत्सव का आयोजन करते हैं. लेकिन धमतरी में एक अनोखा जन्मोत्सव है, जहां एक गौ प्रेमी ने गाय के बछिया का जन्मोत्सव बड़े धूमधाम के साथ मनाया है. वहीं उसके जन्मोत्सव को लेकर दिनभर अलग-अलग कार्यक्रम आयोजित किए गए हैं, जिसमे सत्यनारायण कथा का पाठ, उसके बाद जन्मोत्सव कार्यक्रम के साथ इस अवसर पर प्रीतिभोज भी रखा गया है और रात में रामायण कार्यक्रम का भी आयोजन है.
इसके लिए बाकायदा कार्ड छपवाकर रिश्तेदारों को आमंत्रण दिया गया है. वहीं इस अनोखे जन्म उत्सव समारोह की पूरे शहरभर में चर्चा हो रही है. धमतरी जिला मुख्यालय में रहने वाले गौ प्रेमी बाबूलाल सिन्हा ने लोकल 18 को बताया कि आज से कुछ साल पहले एक गाय घायल अवस्था में मिली थी, जो मरने की स्थिति में आ गई थी. वहीं बाबूलाल सिन्हा ने उस गाय की खूब सेवा जतन और देखभाल किया, जिसके कारण गाय कुछ महीने में तंदुरुस्त हो गई और कुछ महीने बाद गाय ने एक बछिया को जन्म दिया.
ऐसे लिया जन्मोत्सव मनाने का फैसला
जन्म के दौरान बछिया के पैरों में कुछ समस्या होने से चल नहीं पा रही थी, जिसका बाबूलाल से इलाज करवाया और बछिया चलने लगी. वहीं बाबूलाल का कहना है कि गाय के बछिया को वे अपने बच्चे की तरह पाल रहे हैं, जिससे बछिया का पैर ठीक होने पर उसका जन्मोत्सव मनाने का फैसला मैंने लिया था. बछिया एक साल की होने पर धूमधाम से उसका जन्म उत्सव का आयोजन किया गया है.
प्रीतिभोज का भी हुआ आयोजन
इसको लेकर बाबूलाल ने Local 18 को बताया कि बछिया जन्मोत्सव कार्यक्रम लिए कार्ड भी छपाया है. इस कार्यक्रम के दिन पहले सुबह घर में सत्यनारायण कथा का पाठ हुआ, उसके बाद जन्मोत्सव कार्यक्रम शुरू हुआ. साथ ही इस अवसर पर प्रीतिभोज भी रखा गया है और रात में रामायण कार्यक्रम का भी आयोजन हुआ. इसमें बाबूलाल सिन्हा के रिश्तेदार उसके मित्रगण और स्थानीय लोग बड़ी संख्या में शामिल हुए. बाबूलाल सिन्हा का कहना है कि उनका पूरा परिवार गौ माता की सेवा में समर्पित है और इस कार्य से उन्हें एक अलग सुख की अनुभूति होती है.
