अग्रेज के जमाने का सालों पुराना हॉस्पिटल टूटा! कई बड़ी हस्तियों का रहा है नाता

Agency:News18 Madhya Pradesh
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100 साल पुराने लेडी बटलर को आज पूरी तरीके से तोड़ दिया गया यह हॉस्पिटल की नींव 1926 में रखी गई ओर यह हॉस्पिटल 1928 में बनकर तैयार हुआ इस अस्पताल में गायक कलाकार किशोर कुमार सहित पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय भागवत…और पढ़ें

यह खंडवा का लेडी बटलर हॉस्पिटल जो टूट गया
हाइलाइट्स
- लेडी बटलर अस्पताल को पूरी तरह तोड़ा गया.
- किशोर कुमार और भगवत राव मंडलोई का जन्म यहीं हुआ था.
- नए आधुनिक महिला अस्पताल का निर्माण होगा.
खंडवा. खंडवा जिले में स्वास्थ्य सेवाओं के विकास की नींव रखने वाले ऐतिहासिक लेडी बटलर भवन को अब पूरी तरह तोड़ दिया गया है. यह भवन सौ साल पहले स्थानीय लोगों को बेहतर चिकित्सा सुविधाएं प्रदान करने के उद्देश्य से बनाया गया था. मेडिकल कॉलेज की नई हॉस्पिटल विंग के निर्माण के लिए इसे गिराया गया. ब्रिटिश शासनकाल में बने इस भवन ने जिले में स्वास्थ्य सेवाओं को गति दी और कई ऐतिहासिक पलों का साक्षी भी बना.
लेडी बटलर अस्पताल की नींव वर्ष 1926 में रखी गई और यह 1928 में बनकर तैयार हुआ. इसके निर्माण के लिए 1925 में लगभग सवा पाँच हजार रुपए खर्च किए गए थे. इस अस्पताल का नाम ब्रिटिश जनरल की पत्नी “लेडी बटलर” के नाम पर रखा गया था. यह उस समय का एक महत्वपूर्ण चिकित्सा केंद्र था. इसमें एक कमरा चिकित्सक और कंपाउंडर के लिए आरक्षित था, जबकि पाँच बिस्तरों की क्षमता वाले हॉल (वार्ड) में मरीजों को भर्ती किया जाता था. वार्ड के साथ दो सुविधाघर भी बनाए गए थे.
विरासत का प्रतीक
समय के साथ खंडवा शहर का विस्तार हुआ और आबादी बढ़ी, जिससे स्वास्थ्य सुविधाओं की मांग भी बढ़ गई. इसी कारण, जिला अस्पताल का निर्माण किया गया. लेकिन लेडी बटलर भवन का ऐतिहासिक महत्व कभी कम नहीं हुआ. यह भवन केवल एक अस्पताल नहीं था, बल्कि जिले की विरासत का एक महत्वपूर्ण हिस्सा था.
महान हस्तियों का रहा है जुड़ाव
समाजसेवी सुनील जैन ने बताया कि खंडवा के इस ऐतिहासिक अस्पताल ने कई महान हस्तियों को जन्म लेते देखा. प्रख्यात गायक और अभिनेता किशोर कुमार का जन्म भी इसी अस्पताल में हुआ था. इसके अलावा, मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय भगवत राव मंडलोई का जन्म भी यहीं हुआ था. इन कारणों से यह अस्पताल केवल एक इमारत नहीं, बल्कि खंडवा की सांस्कृतिक और ऐतिहासिक धरोहर का प्रतीक बन गया था.
आधुनिक अस्पताल की ओर कदम
हालांकि, यह अस्पताल अपनी उम्र पूरी कर चुका था और जीर्ण-शीर्ण अवस्था में था, इसलिए इसे गिराने का फैसला लिया गया. अब इस स्थान पर एक नया, आधुनिक महिला अस्पताल बनाया जा रहा है, जिससे शहर की महिलाओं को बेहतर चिकित्सा सुविधाएं मिल सकेंगी. पुराने अस्पताल के टूटने से लोगों के दिलों में एक टीस जरूर रह गई, लेकिन नई स्वास्थ्य सुविधाओं की जरूरत को देखते हुए इस बदलाव को स्वीकार किया गया है.
Khandwa,Madhya Pradesh
February 15, 2025, 20:42 IST
